नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने अफसरों और बाबुओं के सामने एक मंत्र रखा है। वह है- काम करो या सजा पाओ। डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग (DoPT) ने नरेंद्र मोदी को बताया कि अब तक ऐसे 357 बाबू और 24 आईएएस को सजा दी गई, जिनका परफॉर्मेंस ठीक नहीं रहा। DoPT के अफसर ने बताया कि सरकार की इस कवायद का मकसद सरकारी कर्मचारियों को अपने काम को लेकर जवाबदेह बनाना है।
11,828 अफसरों के काम का रिव्यू किया गया
11,828 अफसरों के काम का रिव्यू किया गया
- DoPT के मुताबिक, 11,828 ग्रुप ए ऑफिसर्स के रिकॉर्ड का रिव्यू किया गया है। इनमें 2953 आईएएस, इंडियन पुलिस सर्विस और इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के अफसर शामिल हैं।
- वहीं, ग्रुप बी के 19,714 ऑफिसर्स के सर्विस रिकॉर्ड को खंगाला गया।
381 ब्यूरोक्रेट्स में कौन-कौन शामिल हैं
- इनमें ग्रुप ए के 25 ऑफिसर्स (जिसमें एक आईएएस और दो आईपीएस हैं।) वहीं, ग्रुप बी के 99 ऑफिसर्स शामिल हैं। इन सभी को सरकार ने वक्त से पहले रिटायर कर दिया है।
- वहीं, 21 सिविल सर्वेंट्स ने इस्तीफा दिया, जिसमें 10 आईएएस ऑफिसर्स शामिल हैं।
- ग्रुप ए के 37 ऑफिसर्स ऐसे थे, जिनको निलंबित, बर्खास्त और हमेशा के लिए रिटायर कर दिया गया। इनमें 10 आईएएस ऑफिसर शामिल थे।
- ग्रुप ए के 199 ऑफिसर्स की सैलरी काटी गई। इनमें आठ आईएएस हैं।
Source:-Bhaskar
Source:-Bhaskar
View more about our services:-linux server security and hardening management services
No comments:
Post a Comment